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Satyamev Jayate
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गंगा ज्ञान केंद्र

गंगा नदी का भारत में अत्यधिक आर्थिक, पर्यावरणीय और सांस्कृतिक महत्व रहा है | हिमालय से उद्गम होने वाली तथा बंगाल की खाड़ी में समाने वाली गंगा नदी उत्तर और दक्षिण भारत के मैदानों में 2500 किमी से भी अधिक का मार्ग तय करती है | गंगा नदी, जो नेपाल, चीन और बंगलादेश के अनेक भागों में भी फैली है, भारत के कुल भू-भाग के 26 प्रतिशत, जल संसाधन के 30 प्रतिशत और इसकी जनसंख्या के 40 प्रतिशत से भी अधिक भाग का निर्माण करती है | गंगा भारत की एक पवित्रतम नदी है जिसका सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व घाटी की सीमाओं में प्रतिबिंबित होता है | गंगा की जटिलताओं से युक्त किसी नदी घाटी का प्रबंधन किसी पर्याप्त ज्ञान आधार विश्लेषणात्मक उपकरणों लक्ष्यित अनुसंधान और जागरुकता निर्माण के अभाव में पर्यावरणीय दृष्टिकोण से नहीं किया जा सकता है | गंगा ज्ञान केंद्र (जीकेसी) की स्थापना राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) द्वारा मुख्य रुप से इन मुद्दों का समाधान करने तथा राष्ट्रीय गंगा नदी घाटी प्राधिकरण (एनजीआरबीए) कार्यक्रम के कार्यान्वयन की गुणवत्ता का संवर्धन करने के लिए की गई थी | केजीसी की परिकल्पना एक शीर्षस्थ और स्वायत्तशासी ज्ञान-आधारित संस्था के रुप में की गई है जो प्रणाली संबंधी विशेषताओं, अभिनवता और पणधारकों की सहभागिता को सम्मिलित करेगी ताकि एनजीआरबीए के निवेश को अधिकतम बनाया जा सके | जीकेसी के मुख्य उद्देश्य हैं :

• ज्ञान संसाधनों का सृजन और प्रबंधन जिनमें गंगा नदी घाटी से प्रासंगिक विविध डाटा सेटों का विश्लेषण और मॉडलिंग शामिल है |
• ज्ञान अंतरों, नए विचारों की पहचान तथा लक्ष्यित अनुसंधान को सहायता प्रदान करने की पहचान के माध्यम से अनुसंधान अभिनवता को तैयार करना और उसे संपोषित करना |
• जनता की प्रतिभागिता तथा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा के विश्वविद्यालयों/और सरकारी एवं निजी संस्थाओं एवं एनजीओ के साथ भागीदारी निर्माण के माध्यम से पणधारकों के मध्य वार्तालाप को सुकर बनाना |

जीकेसी अपने प्रकार की ऐसी संस्था है जो पारंपरिक और स्थानिक ज्ञान पर निरंतर ध्यान केंद्रित करते हुए अधुनातन वैज्ञानिक और तकनीकी ज्ञान सृजित करती है तथा साथ ही प्रासंगिक विषयों पर भी निरंतर ध्यान बनाए रखती है और अपने पणधारकों से भी संपर्क बनाए रखती है |
जीकेसी के प्रयासों के तात्कालिक परिणाम होंगे :
• ज्ञान और ज्ञान आधारित उत्पाद जिनमें प्रकाशन, ऑनलाइन और मल्टीमीडिया उत्पाद, वास्तविक डाटा आधार और ई-पुस्तकालय शामिल हैं |
• ग्राहकीकृत प्रश्न प्रबंधन उपकरण |
• ज्ञान आधार और मॉडलिंग उपकरणों का प्रयोग करते हुए प्रस्तावित निवेशों का विश्लेषण |
• विभिन्न एजेंसियों के मध्य विकास दृष्टिकोण की साझेदारी |
• सामाजिक संपर्क तथा समुदाय प्रतिभागिता क्रियाकलापों को तकनीकी समर्थन |
• सभी स्तरों पर प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण |

जीकेसी के प्रयासों के समग्र लाभ वैज्ञानिक ज्ञान पर आधारित सार्वजनिक राय का निर्माण करके तथा नए विचारों/अभिनवता के समावेश द्वारा गंगा नदी की पारिस्थिकी के संरक्षण में सभी पणधारकों की अर्थपूर्ण सहभागिता में निहित होंगे | इस प्रकार के प्रयास में जीकेसी समूचे विश्व में स्थित प्रतिष्ठित समकक्ष संस्थाओं के साथ सक्रिय सहयोग स्थापित करके तथा अधुनातन ज्ञान का अनुरक्षण करके स्वयं को उत्कृष्टता के केंद्र के रुप में स्थापित करेगा |


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राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन
जल शक्ति मंत्रालय
(जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग) भारत सरकार

पहली मंजिल, मेजर ध्यान चंद नेशनल स्टेडियम
इंडिया गेट, नई दिल्ली - 110002
: +91-011-23072900-901
: admn(dot)nmcg(at)nic(dot)in

राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र द्वारा प्रबंधित. विषय-वस्तु एनएमजीसी द्वारा उपलब्ध कराई गई @सर्वाधिकार सुरक्षित|

18/Jan/2021
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